गरम मसाला एक ऐसा मसाला जो सब्जी को और भी स्वादिष्ट बना देता है इसमे वह सभी खड़े मसाले है जिनकी तासीर गरम होती है ये मसाला मेरी माँ ने नानी से सीखा था जहाँ से मेरी नानी राशन वाले से घर सामान लाती थी उन्ही से ये गरम मसाला बनाना सीखा था कहने को तो गरम मसाला है लेकिन हर एक के बनाने का ढंग व स्वाद थोड़ा फर्क हो जाता है एक बार इस तरह बनाकर देखे मुझे विश्वास है आप अश्य कहेंगे क्या बात है
सामग्री -
- 4 बड़े चम्मच साबुत धनिया
- 4 बड़े चम्मच जीरा
- 8 बड़ी इलायची
- 14 हरी इलायची
- 5,6 जावित्री
- 4 चक्र फूल (स्टार)
- 4 टेबल स्पून काली मिर्च
- 3 टेबल स्पून लौंग
- 3 टी स्पून सौफ
- 10 दाल चीनी (दो से तीन इंच की)
- 8,10 तेज पत्ता
- 2 टी स्पून शाही जीरा
- 1 जायफल
- 1/2 टेबल स्पून रतन जोत
- 1 टेबल स्पून सौठ पाउडर
- 2 बडे चम्मच खसखस
- 5 ग्राम पत्थर के फूल
विधि -
1) सौठ और पत्थर के फूल को छोड़कर सभी मसालों को हल्का भून ले।
2) बस इतना भूनना है कि उनकी नमी निकल जाऐ।
3) सभी मसालों के ठंडा होने पर पीस ले और छन्नी से छान कर बारीक पाउडर एक कांच की शीशी मे भरकर रखे।
4) छन्नी मे बचे मोटे मसाले को फिर पीस ले और अन्त मे बचे मोटे मसाले को फेकें नही जब भरवा सब्जी बनाए तब उसमे इस्तेमाल करे।
नोट -
- सब्जी, पोहा या कोई भी चीज बनाए तो कोशिश यही करे कि गरम मसाला डालनें के बाद ज्यादा पकाए नही हमेशा सब्जी बन जाने व गैस पर से उतार लेने के बाद ही गरम मसाला डालें और दो मिनट के लिए ढक कर रख दे उसके बाद खाऐ।
- पूरे मसाले को इस्तेमाल के लिए बार बार न खोले बल्कि बडे़ जार मे रखकर थोड़ा मसाला अलग बन्द शीशी मे ऱखे खत्म होने पर थोड़ा मसाला फिर निकाल ले इससे मसाले की खुशबू व ताजगी बनी रहती है।
- ठंडी के मौसम मे गरम मसाला अवश्य खाए और सर्दी से बचे रहे।
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